Sunday, 26 April 2020

CRUDE OIL PRICE CRASHED...


जानिए भारत लाभ क्यों नहीं उठा सका ?

भारत ज्यादातर ब्रेड क्रूड आयल खरीदता हैं | लगभग 4 -5 महीने पहले इसकी कीमत 70 $/बैरल थी | पर बहुत से कारण से इसकी कीमत अब 20  $/बैरल  से भी कम पहुंच गया हैं | ये भारत के लिए एक सुनहरा मौका हैं 
,तो क्या  भारत इसको खरीद रहा हैं ? 
 तो जवाब हैं( नहीं )
इसका कारन बहुत ही सामान्य हैं कि अभी खुद के देश में माँग नहीं हैं और जहाँ  माँग  नहीं वहाँ पूर्ति कैसे हो सकता हैं | और मांग काम होने का कारण हैं LOCKDOWN  जिससे किसी प्रकार की गाड़िया इडस्ट्रियल और कम्पनियाँ बंद पारी हैं | 
कितना लाभ होता भारत को अगर भारत भी ये क्रूड आयल खरीद लेता ?
अगर 50 $/बैरल पुरे साल कम रहती हैं , तो भारत को 22 मिलियन $की बचत होगी | इसका स्टॉक भारत तो कर चूका हैं पर भारत के मुकाबले (US , CHINA, JAPAN ,SOUTH KOREA )ज्यादा स्टॉक कर रहा हैं, जिससे  आने वाले वर्षो में ये काफी बचत करेगा | इसका कारण  हैं , कि ये सब देश के पास भारत के मुकाबले ज्यादा SPR (STRATEGIC PETROLEUM    RESERVE )हैं 


INDIA =                39 M /बैरल 
USA    =                 713 M /बैरल 
CHINA =               550 M /बैरल 
JAPAN =                528 M /बैरल 
SOUTH KOREA =214 M /बैरल 
 इससे पता चलता हैं कि भारत के पास स्टॉक करने का झमता नहीं हैं बाकि  देशो के मुकाबले 
इससे भारत और गल्फ देशो के बीच रिश्ते  थोड़ा कमजोर भी हो सकता हैं क्युकि इस समय  जब गल्फ देशो को खरीदार की जरुरत और भारत बहुत कम खरीदार क्र रहा हैं अगर भारत भी ये सब देशो जैसा खरीदार करता तो | भारत के आने वाले समय में काफी फायदा भी होता हैं |रिश्ते भी मजबूत होते ,और बचत भी | 
इंडिया का[ SPR] PROJECT 2005 =इस समय DR.MANMOHAN सिंह हमारे  प्रधानमंत्री थे , उस समय ही ये प्रोजेक्ट को बनाने दिया था पर अब तक ये काम हुआ नही | 
आने  वाले समय में अभी 5  YEARS  में भी इसका काम नहीं हो पायेगा | 
ये काम होता तो यह नौकरी भी उतपन्न होती और रोजगार बढ़ता ,पर अभी तो LOCKDOWN का समय हैं, और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर क तरफ सरकार कम ध्यान दे रही हैं | 

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