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Thursday, 30 April 2020
Monday, 27 April 2020
NASA'S SUNRISE MISSSION...
नासा का सनराइज मिशन जो आने वाले समय में कैसे एस्ट्रोनॉट को मदद मिलेंगे |
2020-2030 का जो समय हैं ,इसमें आप बहुत सारे मानव मिशन देखेंगे |जिसमे बहुत सारे SPACE उपकरण को लांच किया जायेगा | वैसे तो हम बहुत सारे सॅटॅलाइट ऐसे भी लांच करते हैं पर ये 2020 -2030 का जो समय हैं ,इसमें सबसे ज्यादा HUMAN BEING इन स्पेस दिखेंगे, और जितने सरे बड़े मिशन हैं इसी दशक में लांच होंगे |
1. SAPCEX -LAUNCH CREWED STARSHIP FLIGHT
RUSSIA SPACE AGENCY ROSCOSMOS BEING OFFERING SPACE TOURS RUSSIA SAYS IT WILL LAUNCH 2 TOURISTS INTO ORBIT FOR SPACE ADVENTURES IN 2021.
रूस का भी जो स्पेस एजेंसी आने वाले दशक में ह्यूमन सापे टूरिस्ट को परमोट कर रहा हैं ,जिससे आने वाले समय में आपको SPACE में टूरिस्ट [यात्री ] दिखेंगे | ये हर किसी के लिए एफ़्फॉर्टेबले होगा नहीं क्युकि इसके लिए मिलियन खर्च करना होगा ,पर हम जानते हैं कि ये एक ही सुनहरा मौका होगा पूरी लाइफ का |
2. अमेरिकन प्राइवेट कंपनी भी [SPACE X ]उन्होंने भी ये कहाँ हैं कि वो अपना पहला SPACE टूरिस्ट TRIP -2023 में MOON के तरफ लांच करेंगे |
3. INDIA भी अपना खुद SPACE मिशन भेजेगा | 2021 -2022 मंगल के लिए सफलता पूर्वक हो जायेगा |
#आने वाले समय का सबसे बड़ा मिशन [NASA 'ARTEMIS TO THE MOON ] -2024
सनराइज मिस्शन JULY 2023 =ये जितने भी सारे मिशन हैं ,सब की समस्या सिर्फ एक ही हैं और वो है|
[SUN का GIANT STORM ] ये सारे सापे मिशन के लिए बहुत खतरा हैं ,इससे एस्ट्रॉनॉट बुरी तरह घायल हो सकते हैं ,उनका शूट डैमेज हो सकते हैं | सूर्य से जो जायंट स्टॉर्म निकलते हैं इसका कारण क्या ये कैसे और क्यों निकलते हैं | सभी कारण का पता ये सनराइज मिशन लगाएगा | ये एक अलार्म का काम करेगा जिससे ह्यूमन एस्ट्रॉनॉट को पहले पता लग जएगा कि कब सूर्य का स्टॉर्म आने वाला हैं |सूर्य का स्टॉर्म में काफी मैगनेटिक फील्ड होता हैं जिससे हमारे स्पेसशिप में बुरी तरह तकतनीकी खराबी हो सकती हैं |
सनराइज मिशन में =कुल 6 उपकरण को लांच करेंगे जो SUN RADIO INTERFEROMETER SPACE EXPERIMENT[ SUNRISE] के अंतर्गत आएगा | इस पुरे मिशन की कॉस्ट 62. 6 $ हैं ये नासा का जो आलरेडी पार्कर सोलर प्रो जो आजकल SUN को ही स्टडी कर रहा हैं | सनराइज मिशन इसको डाटा भेजेगा | जिससे सारी जानकारी नासा को मिलते रहेगा और ये आने वाले सभी मिशन क लिए बहुत मददगार होगा |
Sunday, 26 April 2020
CRUDE OIL PRICE CRASHED...
जानिए भारत लाभ क्यों नहीं उठा सका ?
भारत ज्यादातर ब्रेड क्रूड आयल खरीदता हैं | लगभग 4 -5 महीने पहले इसकी कीमत 70 $/बैरल थी | पर बहुत से कारण से इसकी कीमत अब 20 $/बैरल से भी कम पहुंच गया हैं | ये भारत के लिए एक सुनहरा मौका हैं
,तो क्या भारत इसको खरीद रहा हैं ?
तो जवाब हैं( नहीं )
इसका कारन बहुत ही सामान्य हैं कि अभी खुद के देश में माँग नहीं हैं और जहाँ माँग नहीं वहाँ पूर्ति कैसे हो सकता हैं | और मांग काम होने का कारण हैं LOCKDOWN जिससे किसी प्रकार की गाड़िया इडस्ट्रियल और कम्पनियाँ बंद पारी हैं |
कितना लाभ होता भारत को अगर भारत भी ये क्रूड आयल खरीद लेता ?
अगर 50 $/बैरल पुरे साल कम रहती हैं , तो भारत को 22 मिलियन $की बचत होगी | इसका स्टॉक भारत तो कर चूका हैं पर भारत के मुकाबले (US , CHINA, JAPAN ,SOUTH KOREA )ज्यादा स्टॉक कर रहा हैं, जिससे आने वाले वर्षो में ये काफी बचत करेगा | इसका कारण हैं , कि ये सब देश के पास भारत के मुकाबले ज्यादा SPR (STRATEGIC PETROLEUM RESERVE )हैं
USA = 713 M /बैरल
CHINA = 550 M /बैरल
JAPAN = 528 M /बैरल
SOUTH KOREA =214 M /बैरल
इससे पता चलता हैं कि भारत के पास स्टॉक करने का झमता नहीं हैं बाकि देशो के मुकाबले
इससे भारत और गल्फ देशो के बीच रिश्ते थोड़ा कमजोर भी हो सकता हैं क्युकि इस समय जब गल्फ देशो को खरीदार की जरुरत और भारत बहुत कम खरीदार क्र रहा हैं अगर भारत भी ये सब देशो जैसा खरीदार करता तो | भारत के आने वाले समय में काफी फायदा भी होता हैं |रिश्ते भी मजबूत होते ,और बचत भी |
इंडिया का[ SPR] PROJECT 2005 =इस समय DR.MANMOHAN सिंह हमारे प्रधानमंत्री थे , उस समय ही ये प्रोजेक्ट को बनाने दिया था पर अब तक ये काम हुआ नही |
आने वाले समय में अभी 5 YEARS में भी इसका काम नहीं हो पायेगा |
ये काम होता तो यह नौकरी भी उतपन्न होती और रोजगार बढ़ता ,पर अभी तो LOCKDOWN का समय हैं, और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर क तरफ सरकार कम ध्यान दे रही हैं |
Friday, 24 April 2020
REAL INDIAN HERO BRIGADIER KULDIP SINGH CHANDIPURI..?
जाने BATTLE OF LONGEWALE.....?
KULDIP SINGH CHNADIPURI WAS A MAJOR IN 23TH PUNJAB WHEN THE PAKISTAN ARMY ATTACKED THE LONGEWALE . PAST IN RAJSTHAN.
ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह इनका जीवनकाल [ 22 NOV 1940 -17 NOV 2018 ] हैं | यह 1971 में हुए इंडिया और पाकिस्तान के युद्ध में लोंगेवाले LONGEWALE से प्रसिद्ध हैं | यह इस युद्ध में वीर और साहसी दिखाने के लिए इन्हे महावीर चक्र से सम्मानित किया गया | जो भारत थल सेना का सबसे दूसरा बड़ा प्रुस्कार हैं | 1997 में बने फिल्म बॉर्डर जो इसी बेटल पर आधारित हैं | इस फिल्म में सनी देओल ने कुलदीप सिंह चाँदीपुरी का रोल अदा किया हैं |
इनका जन्म 22 NOV 1940 मोंटगोमरी [पंजाब ]में हुआ था | जो पहले पाकिस्तान में था ,जो अब अब पंजाब में हैं | उस समय ब्रिटिश शाशन था | उन्होंने ग्रेजुएशन किया और NCC EXAM भी क्लियर किया | चंदेरी अपने तीसरे जनरेशन का आर्मी था | इससे पहले इनके दोनों चाचा AIRFORCE में थे | चण्डीपुरी एकलौता बेटा था |
१९६३ में इन्होने चेन्नई में थर्ड बटालियन पंजाब रेजिमेंट [3 र्ड PUNJAB ], जो सबसे पुराना और प्रसिद्ध थल सेना का रेजिमेंट था | ये रेजिमेंट ने 1965 में हुए [IND-PAK WAR ]में भाग लिए थे | फिर एक वर्ष उन्होंने UN EMERGENY[ UNEF ], GAZA [EGYPT ]में सेवा दी|
बैटल ऑफ़ लोंगेवाले
इनका ये प्रसिद्ध लड़ाई था , इनमे बहुत से जवान शहीद हुए।, ये युद्ध 1971 IND -PAK जिसमे सिर्फ 120 भारतीय सिपाही ने 2000-3000 मजबूत पाकिस्तानी टुकड़ी को खदेड़ क भागने पर मजबूर किया \ये छोटी सी टुकड़ी रत भर पाकिस्तानी सेना को रोके राखी और प्रातःकाल होते ही एयरफोर्स की मद्दत से ये युद्ध जीत ली | पाकिस्तान ने
12 टैंक भी छोड़ने पर मजबुर दिए |
यह एक असली हीरो हैं | हमे गर्व हैं की हम इस देश की मिटटी में जन्म लिए जिन्होंने ऐसे ऐसी विरो जो जन्म देती रहती हैं |
इनका जन्म 22 NOV 1940 मोंटगोमरी [पंजाब ]में हुआ था | जो पहले पाकिस्तान में था ,जो अब अब पंजाब में हैं | उस समय ब्रिटिश शाशन था | उन्होंने ग्रेजुएशन किया और NCC EXAM भी क्लियर किया | चंदेरी अपने तीसरे जनरेशन का आर्मी था | इससे पहले इनके दोनों चाचा AIRFORCE में थे | चण्डीपुरी एकलौता बेटा था |
१९६३ में इन्होने चेन्नई में थर्ड बटालियन पंजाब रेजिमेंट [3 र्ड PUNJAB ], जो सबसे पुराना और प्रसिद्ध थल सेना का रेजिमेंट था | ये रेजिमेंट ने 1965 में हुए [IND-PAK WAR ]में भाग लिए थे | फिर एक वर्ष उन्होंने UN EMERGENY[ UNEF ], GAZA [EGYPT ]में सेवा दी|
बैटल ऑफ़ लोंगेवाले
इनका ये प्रसिद्ध लड़ाई था , इनमे बहुत से जवान शहीद हुए।, ये युद्ध 1971 IND -PAK जिसमे सिर्फ 120 भारतीय सिपाही ने 2000-3000 मजबूत पाकिस्तानी टुकड़ी को खदेड़ क भागने पर मजबूर किया \ये छोटी सी टुकड़ी रत भर पाकिस्तानी सेना को रोके राखी और प्रातःकाल होते ही एयरफोर्स की मद्दत से ये युद्ध जीत ली | पाकिस्तान ने
12 टैंक भी छोड़ने पर मजबुर दिए |
यह एक असली हीरो हैं | हमे गर्व हैं की हम इस देश की मिटटी में जन्म लिए जिन्होंने ऐसे ऐसी विरो जो जन्म देती रहती हैं |
Wednesday, 22 April 2020
Tuesday, 21 April 2020
HOW DO DOPE TEST HAPPEN USUALLY IN USA?
what is virtual doping test in USA?
USADA= UNITED STATES ANTI-DOPING AGENCY
WADA= WORLD ANTI DOPING AGENCY
FORMATION= 10,NOVEMBER,1999.
TYPE = NON-PROFIT
PURPOSE= ANTI DOPING IN SPORT
HEADQUARTER= MONTREAL,CANADA
पहले आपको ये बता दे की वर्चुअल डोपिंग टेस्ट WADA से कोई लेना देना नहीं हैं |
जो भी एथलीट अंतराष्टीय स्तर पर भाग लेते हैं | उन्हें यह नियम को पालन करना आवशयक हैं | इसमें एथलीट को आपने पुरे दिन का 1 घंटा बताना होता हैं की आप कहाँ हैं | उन्हें आपका स्थान का सही सूचना होना जरुरी हैं | चाहें आप कहीं भी जाए शादी में , पार्टी में आपको USADA को होने स्थान का सही जानकारी देना आवशयक हैं | आपको लगभग अपने दिन का 3 से 4 बजे का जानकारी देना आवश्यक हैं | पहले एथलीट लोग एक वर्ष या दो वर्ष पहले ड्रग्स का उपयोग करते थे, जिससे उनका शारीरिक क्षमता बढ़ जाता था ,और गेम मई गोल्ड मैडल मेडल लेन की संभवना ज्यादा रहता था और वो जांच में भी पास हो जाते थे क्युकि उस समय तक डोपिंग को कोई असर नहीं होता था | पर अब ये टेस्ट USA में लगातार कप्यूटर के माधयम से होंगे 1 से 2 महीने
में ताकि कोई भी एथलीट को ड्रग्स सेवन करने का मौका नहीं मिले।
आपलोग जानते हैं कि अभी COVID -19 CORONAVIRUS के कारण कोई भी मीटिंग नहीं की जा रही हैं |
और सारे राष्टीय और अंतराष्टीय खेल रद्द हो चुके हैं | इसलिए USA ने होने टॉप एथलीट के जांच के लिए एक किट सभी को EMAIL या किसी के जरिये भेजा जायेगा ताकि इस COVIDE 19 के बीच भी कोई भी एथलीट किसी प्रकार का डोपिंग न कर सके
Monday, 20 April 2020
TO KNOW ORSIRIS-REx of NASA to preparing landing on asteroid .?
जानिये नासा कैसे क्षुद्रग्रह पर उतरने के लिए पूर्वाभ्यास कर रहा हैं |
आकाश में असंख्य तारे और क्षुद्रग्रह हैं | तारे तो ग्रह से बहुत बड़े होते हैं और क्षुद्रग्रह छोटे होते हैं |
इसी तरह एक छोटे से आकार का नासा से क्षुद्रग्रह का पता लगाया जिसका नाम बेनु हैं | इसका आकर लगभग 500m के हैं ,अब आप बोलियेगा ये तो इतना छोटा हैं नासा वाले इतना छोटा चीज पर इतना खर्च क्यों कर रहा हैं | मनुष्य जो हैं न वो बहुत पहले से कोई भी चीज के बारे में जानने के लिए इक्षुक होता हैं | तो ये Bennu नाम का क्षुद्रग्रह इतना छोटा हैं की कोई भी विमान उस पर लैंड कराया नहीं जा सकता ,पर नासा ने इस पर लैंड करने के लिए साडी तैयारियां कर ली हैं |
फिर आप पूछेंगे की तैयारियां तो कर रहा हैं पर क्यों कर रहा हैं आखिर क्या हैं Bennnu क्षुद्रग्रह पर
तो भाइयो ये इतना छोटा हैं कि नासा ये जानना चाहते हैं आखिर ये सब कौन सा पदार्थ से बनता हैं ?और इसका निर्माण काल कितने समय तक में होता हैं |?
नासा ने 2016 में ही ये विमान को भेजा हैं | जिसका नाम ORSIRIS जो कि अब तक 143 मिलियन मील की दुरी तय कर चूका है | आप हैरान हो जायेंगे कि चन्द्रमा की दुरी तो मात्र 84000 km हैं || आप सोचते होंगे ये विमान पहुँच गया या नहीं , तो जवाब हैं,{ नहीं} ये अभी तक पंहुचा नहीं हैं | ये july 2020 में लैंड ही नहीं करेगा बल्कि वहाँ से 60 gm का मिट्टी भी उठा के लाएगा मिटटी के रिसर्च से पता च;लेगा कि ये किस पदार्थ का बना हैं | फिलहाल April 2020 इसका लैंड करने का अभ्यास किया जा रहा हैं |
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